हम न्यूज देखने बैठते हैं वो विज्ञापन दिखाने बैठते हैं ---कविता : ब्रेक के बाद

 ब्रेक के बाद 

अनिल श्रीवास्तव




हम है न्यूज  चैनल  वाले

खबरो के व्यापारी

खबरो से खरबो कमाना

ख्वाहिश है हमारी

 

 

खबरे हमारी खिचड़ी  है

अपराधो- घोटालो की

साथ मे चटनी

रहती है ग्लैमर  के  मसालो  की

 

विकास दर  डूब रही है

छोड़िये  इस बात को

सी सी टी वी मे देखते है

क्या हुआ उस रात को

 

ग्राम सुधार शिक्षा कृषि

बेकार की है बात

सोचिये शरद ने सोनिया से

क्यो की मुलाकात

 

कबड्डी  कुश्ती शतरंज

इनको क्या दिखाना

चोटी किसने काटी

हमे है  पता लगाना

 

 

सिद्धू क्यो  टीवी का करार  तोड़ते नही

विश्वास क्यो केजरीवाल को छोड़ते नही

नार्थ कोरिया अमरीका को कितना चिढ़ाएगा

चीन अपनी आदत से कब बाज़ आएगा

 

पाकिस्तान फौज की गिरफ्त से कब होगा  आजाद

सब हम ही बतलाएंगे बस एक ब्रेक के बाद

 

ब्रेक मे गुटका चलता है  इलाइची के नाम से

आर्थाइटिस गायब  एक पल मे झंडू बाम से

 

टूथपेस्ट का नाम डाक्टर से पूछा कीजिये

सर्दी सरदर्द खाँसी बुखार हो खुद ही दवा लीजिये

 

 

घी मे कोलेस्ट्राल है

मिनरल मिश्रित है सरसो तेल

 सबसे शुद्ध है पान मसाला

सोने चाँदी  का अनुपम  मेल

 

एक गाय ने शर्माकर

मीडिया को बताया है

पहले मै भैंस थी

फिर फेयर एंड लवली आजमाया है

 

 

ब्रेक से ऊब कर क्यो रिमोट दबाते है

हम सारे चैनल  एक साथ  ही ब्रेक पे जाते है

 

ब्रेक ब्रेक मे भूल गए

क्या न्यूज था श्रीमान

चलिये दिखाते है आपको

राजनीति का घमासान

 

लालू का साथ न देना अनैतिक हुआ करार

राहुल जी पत्थर खाने के खुद है जिम्मेदार

कोई गान्धी का अनुयायी कोई शहीदो का पूजक

फिर भी मार पीट  हत्या झेल रहा बिहार

 

 

 

कर्नाटक अब छोड़ रहा है कावेरी का पानी

जैसे धोनी धीरे धीरे छोड़ रहे कप्तानी

 

 

राजनीति मे रूचि नही को भागिये मत दूर्

देखिये तो  महिलाए यहाँ कितनी है मजबूर

 

कभी ग्राफिक दिखाएंगे कभी  रि क्रीएशन होगा

 उत्पीड़न के हरेक क्षण का पूरा  विवरण होगा

वीडियो नाम – का   धुन्धला , गाली पर बीप आएगा

पर थोड़ा गौर से देखे  कुछ भी छुप न पाएगा

आपकी उत्सुकता की हद तक पीड़िता को कुरेदेंगे

उसकी बाद ट्वीटर  पर आपकी राय भी लेंगे

इन ऊल जुलूल खबरो को आफिस ले जाइये

सहयोगियो  को अपना जनरल नालेज दिखाइये

हमारी जेब भरती रहे देश हो जाए बर्बाद

यही सब हम  फिर दिखाएंगे

एक ब्रेक के बाद

फिर एक ब्रेक के बाद

फिर एक ब्रेक के बाद


Comments

  1. हमारे प्रजातंत्र के चौथे स्तम्भ का बहुत ही सटीक चित्रण !! 🙏🙏

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